Credits
PERFORMING ARTISTS
Mohd. Rafi
Performer
COMPOSITION & LYRICS
N Dutta
Composer
S. H. Bihari
Songwriter
Lyrics
आज इन हाथों में फिर से
ज़िंदगी है, साज़ है
क्या कहूँ, ऐ, हुस्न, तुझ पर
कितना मुझको नाज़ है
तेरे इस प्यार का शुक्रिया, मेरे मेहरबाँ
तेरे इस प्यार का शुक्रिया, मेरे मेहरबाँ
मेरे मेहरबाँ, मेरे मेहरबाँ
सोचा ना था कभी इतनी हसीन भी
होती है ज़िंदगी, ऐ, जान-ए-जाँ
सोचा ना था कभी इतनी हसीन भी
होती है ज़िंदगी, ऐ, जान-ए-जाँ
तेरे इस प्यार का शुक्रिया, मेरे मेहरबाँ
तेरे इस प्यार का शुक्रिया, मेरे मेहरबाँ
मेरे मेहरबाँ, मेरे मेहरबाँ
माना कि ज़िंदगी काँटों में है पली
फूलों से है भरी मेरी दास्ताँ
माना कि ज़िंदगी काँटों में है पली
फूलों से है भरी मेरी दास्ताँ
तेरे इस प्यार का शुक्रिया, मेरे मेहरबाँ
तेरे इस प्यार का शुक्रिया, मेरे मेहरबाँ
मेरे मेहरबाँ, मेरे मेहरबाँ
तू है तो रात क्या, डरने की बात क्या
तारों से है भरा मेरा आसमाँ
तू है तो रात क्या, डरने की बात क्या
तारों से है भरा मेरा आसमाँ
तेरे इस प्यार का शुक्रिया, मेरे मेहरबाँ
तेरे इस प्यार का शुक्रिया, मेरे मेहरबाँ
मेरे मेहरबाँ, मेरे मेहरबाँ
Written by: N Dutta, S. H. Bihari