Lyrics

जलते हैं जिसके लिए तेरी आँखों के दिए ढूँढ लाया हूँ वही गीत मैं तेरे लिए जलते हैं जिसके लिए... जलते हैं जिसके लिए तेरी आँखों के दिए ढूँढ लाया हूँ वही गीत मैं तेरे लिए जलते हैं जिसके लिए... दर्द बनके जो मेरे दिल में रहा, ढल ना सका जादू बनके तेरी आँखों में रुका, चल ना सका दर्द बनके जो मेरे दिल में रहा, ढल ना सका जादू बनके तेरी आँखों में रुका, चल ना सका आज लाया हूँ वही गीत मैं तेरे लिए जलते हैं जिसके लिए... दिल में रख लेना इसे, हाथों से ये छूटे ना कहीं गीत नाज़ुक है मेरा शीशे से भी, टूटे ना कहीं दिल में रख लेना इसे, हाथों से ये छूटे ना कहीं गीत नाज़ुक है मेरा शीशे से भी, टूटे ना कहीं गुनगुनाऊँगा यही गीत मैं तेरे लिए जलते हैं जिसके लिए... जब तलक ना ये तेरे रस के भरे होंठों से मिले यूँ ही आवारा फिरेगा ये तेरी ज़ुल्फ़ों के तले जब तलक ना ये तेरे रस के भरे होंठों से मिले यूँ ही आवारा फिरेगा ये तेरी ज़ुल्फ़ों के तले गाए जाऊँगा यही गीत मैं तेरे लिए जलते हैं जिसके लिए तेरी आँखों के दिए ढूँढ लाया हूँ वही गीत मैं तेरे लिए जलते हैं जिसके लिए...
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, S.d. Burman Lyrics powered by www.musixmatch.com
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