Lyrics
सारी दुनिया की नेमत मुझ को मिल गई है
मैंने माँगी जो मन्नत, मुझ को मिल गई है
हो, सारी दुनिया की नेमत मुझ को मिल गई है
मैंने माँगी जो मन्नत, मुझ को मिल गई है
फ़ासले दरमियाँ से फ़ना हो गए
मेरे ख़ाबों की जन्नत मुझ को मिल गई है
तेरे बिना मैं अधूरा लफ़्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे, मैं तेरा इश्क़ हूँ
तेरे बिना मैं अधूरा लफ़्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे, मैं तेरा इश्क़ हूँ
तेरे बिना मैं अधूरा लफ़्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे, मैं तेरा इश्क़ हूँ
तेरे बिना मैं अधूरा लफ़्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे, मैं तेरा इश्क़ हूँ
ਸੱਜਣਾ, ਸੱਜਣਾ, ਸੱਜਣਾ
हो, कहता है दिल ये "तुझ पे कर लूँ सजदा रे"
लगता है चेहरा तेरा जैसे रब का रे
जिस्म-ओ-जाँ दे दूँ तुझ को ऐसे अपना रे
देता है जैसे कोई जान का सदका रे
देखो बाहों में आ के, सारी दुनिया भुला के
कहता है लमहा प्यार का
तेरे बिना मैं अधूरा लफ़्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे, मैं तेरा इश्क़ हूँ
तेरे बिना मैं अधूरा लफ़्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे, मैं तेरा इश्क़ हूँ
तेरे बिना मैं अधूरा लफ़्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे, मैं तेरा इश्क़ हूँ
तेरे बिना मैं अधूरा लफ़्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे, मैं तेरा इश्क़ हूँ
तू करे अगर इशारा, छोड़ दूँ मैं जहाँ को
काश बिन कहे तू समझे मेरे दर्द की ज़ुबाँ को
हो, तू करे अगर इशारा, छोड़ दूँ मैं जहाँ को
काश बिन कहे तू समझे मेरे दर्द की ज़ुबाँ को
हो, चाहत का तू दरिया, जीने का तू ज़रिया
चाहूँ सदा मैं साथ तेरा
तेरे बिना मैं अधूरा लफ़्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे, मैं तेरा इश्क़ हूँ
तेरे बिना मैं अधूरा लफ़्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे, मैं तेरा इश्क़ हूँ
तेरे बिना मैं अधूरा लफ़्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे, मैं तेरा इश्क़ हूँ
तेरे बिना मैं अधूरा लफ़्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे, मैं तेरा इश्क़ हूँ
Writer(s): Sohail Sen, Jamil Ahmed
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