Lyrics

भुलादो भुलादो वो बातें पुरानी जो दिल को जलाती रहीं वो यादें तुम्हारी वो बातें तुम्हारी जो हम को सताती रहीं भूलादो भूलादो वो बातें पुरानी जो दिल को जलाती रहीं वो यादें तुम्हारी वो बातें तुम्हारी जो हम को सताती रहीं वो कैसी सुबह थी, खुशिओं का था सफर सब यार संग थे, कोई थी न फ़िक्र दुःख आया सुख खोया, ग़म बन गया हमसफ़र अपने क्या, पराये क्या, सब रंग हैं एक से कच्चे सब धागे हैं, ये बंद हैं रेत हैं मंज़िल न साथी है, चलता हूं मैं बेखबर भुलादो भुलादो वो बातें पुरानी जो दिल को जलाती रहीं वो यादें वो बातें, जो मुझको सताती रहीं भुलादो भुलादो वो बातें पुरानी जो दिल को जलाती रहीं वो यादें तुम्हारी, वो बातें तुम्हारी जो हम को सताती रहीं
Writer(s): Raeth Lyrics powered by www.musixmatch.com
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