Lyrics

आ गए दिन ऐसे, चुप रहें तो कैसे? आ गए दिन ऐसे, चुप रहें तो कैसे? चोरी-चोरी करते रहे हम तुमसे बातें आज खुलके कहेंगे, दो दिल मिलके रहेंगे आ गए दिन ऐसे, चुप रहें तो कैसे? चोरी-चोरी करते रहे हम तुमसे बातें आज खुलके कहेंगे, दो दिल मिलके रहेंगे आ गए दिन ऐसे, चुप रहें तो कैसे? डोरे तेरी बड़ी-बड़ी आँखों के दुश्मन हुए अपनी नींदों के डोरे तेरी बड़ी-बड़ी आँखों के दुश्मन हुए अपनी नींदों के पहरों-पहर हम जागा किए सपनों के पीछे हम भागा किए सूनी-सूनी, खाली-खाली लंबी ये रातें आज भर के रहेंगे, दो दिल मिलके रहेंगे आ गए दिन ऐसे, चुप रहें तो कैसे? सजे-सजे दुनिया के मेले थे तेरे बिना हम तो अकेले थे सजे-सजे दुनिया के मेले थे तेरे बिना हम तो अकेले थे सारी बहारें बेकार थी हम उनसे, वो हमसे बेज़ार थी तेरे लिए ख़ुशियों की आईं बारातें आज हम भी जिएँगे, दो दिल मिलके रहेंगे आ गए दिन ऐसे, चुप रहें तो कैसे? चोरी-चोरी करते रहे हम तुमसे बातें आज खुलके कहेंगे, दो दिल मिलके रहेंगे आ गए दिन ऐसे, चुप रहें तो कैसे? आ गए दिन ऐसे, चुप रहें तो कैसे?
Writer(s): Vinod Bhatt Lyrics powered by www.musixmatch.com
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