Credits
PERFORMING ARTISTS
Armaan Malik
Performer
Janhvi Kapoor
Actor
COMPOSITION & LYRICS
Amit Trivedi
Composer
Kausar Munir
Lyrics
Lyrics
[Verse 1]
जिस पल से देखा है तुझको
मन ये पागल गया रे
पीछे पीछे देखो तेरे
हद से निकल गया रे
[Verse 2]
हो जिस पल से देखा है तुझको
मन ये पागल गया रे
पीछे पीछे देखो तेरे
हद से निकल गया रे
[Verse 3]
तू जहाँ वहां लेके जाए
ये राहें मोरी
के तुझ संग बाँधी
के तुझ संग बाँधी
के तुझ संग बाँधी
ये मन की डोरी
[Chorus]
के तुझ संग बाँधी
ये मन की डोरी
के तुझ संग बाँधी
ये मन की डोरी
रे रे रे तुझ संग बाँधी
ये मन की डोरी
[Verse 4]
हो दाँतों से काटे
हाथों से खींचे
डोर ये तेरी मेरी
तोड़े ना टूटे
[Verse 5]
हो धूप के दिन हों या
सर्दी की रातें
दूर ये तेरी मेरी
छोड़े ना छूटे
[Verse 6]
तू जहाँ वहाँ लेके जाए
ये राहें मोरी
के तुझ संग बाँधी
के तुझ संग बाँधी
के तुझ संग बाँधी
ये मन की डोरी
[Chorus]
के तुझ संग बाँधी
ये मन की डोरी
के तुझ संग बाँधी
ये मन की डोरी
रे रे रे तुझ संग बाँधी
ये मन की डोरी
के तुझ संग बाँधी
ये मन की डोरी
के तुझ संग बाँधी
ये मन की डोरी
के तुझ संग बाँधी
ये मन की डोरी
रे रे रे तुझ संग बाँधी
ये मन की डोरी
Written by: Amit Trivedi, Kausar Munir

