Lyrics

मैंने रातों में जाना है कितनी दूर सवेरे हैं ख़्वाबों के डेरे हैं दिल देकर जाना है, जानाँ, हम भी तो तेरे हैं हम भी तो तेरे हैं तेरी काली-काली ज़ुल्फ़ों के ख़्वाबों में रात बिताया करते हैं रात-रात भर तारों को तेरी बात बताया करते हैं काली-काली ज़ुल्फ़ों के ख़्वाबों में रात बिताया करते हैं कल भी मोहब्बत करते थे तुम्हें आज मोहब्बत करते हैं आज मोहब्बत करते हैं तुमसे आज भी तेरी यादें बैठी सर पे आज भी मैं अकेला रह गया घर पे आज भी तुझे देखना जो चाहूँ तो आँखें मूँदूँ और देखूँ जी भर के आज भी कोई पूछे मुझे हाल मेरा हँस देता हूँ मैं नाम तेरा पढ़ के कश-कश जो लगाता था महीनों में आज फूँक लेता हूँ मैं दिन-भर के तेरे सारे-सारे ख़त इन हाथों से हर रोज़ जलाया करते हैं यादों को पर जाना कैसे आग लगाया करते हैं काली-काली ज़ुल्फ़ों के ख़्वाबों में रात बिताया करते हैं कल भी मोहब्बत करते थे तुम्हें आज मोहब्बत करते हैं आज मोहब्बत करते हैं तुमसे
Writer(s): Rikhari Aditya Lyrics powered by www.musixmatch.com
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