Credits
PERFORMING ARTISTS
Seedhe Maut
Performer
Sez on the Beat
Remixer
COMPOSITION & LYRICS
Sajeel Kapoor
Songwriter
Abhijay Negi
Lyrics
Siddhant Sharma
Lyrics
PRODUCTION & ENGINEERING
Sez on the Beat
Producer
Lyrics
खो दू ख़ुद को, खोजूँ ख़ुद को
(खो दू ख़ुद को, या खोजूँ ख़ुद को)
मैं रहा डूब अभी, मदद है दूर कहीं
है पानी फेफड़ों में, केकड़ों से जूझ रहे
मैं गया कूद, वो पीछे कूद गई
आगे जो हुआ है वो ज़्यादा कुछ मशहूर नहीं
चल अब पास आ
थोड़ा बहुत, थोड़ा बहुत, थोड़ा बहुत
थोड़ी मुलाकात, मुलाकात, मुलाकात
थोड़ी खुराफात, खुराफात, खुराफात
थोड़ा चल अब पास, चल अब पास, चल अब पास आ
एक से दस में वो बीस
साँसों में बस्से चीज़
है वो ऐसी जो आँखें नम करे
एक से दस में वो, एक से दस में वो
सौ जले कितने, जो चले सौ जाने मुड़ने
क्या करें सौ खड़े घुटने टेकने को राज़ी
पर आखिर में चूतिया ही चुनना है
शौंक भी हैं कितने
माँ-बाप बोले फौजी हैं कितने
क्या करें और भी है दिल में
कहने को काफी, पर आखिर में चूतिया ही, उह
ध्यान से कोमल, ये रुई सी बस
खाल में घुसती हुई सुई, ये लफ्ज
तुम्हें जो बोलूँ, गर चुभे तोह छोड़ूँ
पर चाहिए भी तुम्हें है लुईस ही बस
मैं लूँ ही नस काट
खर्चों पे खर्चे, नहीं इतनी औकात
कभी वो घुले ना, कभी जो खुले ना
ऐसी ना मारने देगी वो गाँठ
ये जो रोने लगी पीछे तेरे आज
पता चला कल गई काट
तुझे लगे बला तेरी टल्ल गई
पता चला कल कहीं देखा उससे
और कोई साथ तेरी जल गई झाट
ये छल नहीं, झाग
कर मेहनत और बचा कुछ नहीं
ये नहीं तू, कल नयी ताक
तुझपे बस तू है और सर की जूएँ
तोह बाकी जो वाकई वो कर गई पार
मैं रहा डूब अभी, मदद है दूर कहीं
है पानी फेफड़ों में, केकड़ों से जूझ रहे
मैं गया कूद, वो पीछे कूद गई
आगे जो हुआ है वो ज़्यादा कुछ मशहूर नहीं
चल अब पास आ
थोड़ा बहुत, थोड़ा बहुत, थोड़ा बहुत
थोड़ी मुलाकात, मुलाकात, मुलाकात
थोड़ी खुराफात, खुराफात, खुराफात
थोड़ा चल अब पास, चल अब पास, चल अब पास आ
एक से दस में वो बीस
साँसों में बस्से चीज़
है वो ऐसी जो आँखें नम करे
एक से दस में वो, एक से दस में वो
जान, वो हमें जानते नहीं है
हाँ मेरे दोस्त जानते हैं मुझको
तेरे दोस्त जानते है तुझको
पर वो हमें जानते नहीं है
उन्हें अंदाज़ा नहीं है
अकेला तेरा साथ कितना घुल-मिल मैं जाता
खुल मैं जाता, तेरे लिए धुन बजाता था
अब वो बात किसी चीज़ में नहीं है
देखा सब कुछ
पैसा, शौहरत, शो पे शो हो
वो यहाँ हो जो सब कुछ दे सके
एह, चंद घंटों की है खुशी ये
मैं फिर कल-परसों रखूंगा वैसा ही शान
साथ में है तन्हाई
पर शुक्र है
तुझसे कोई गिला-शिकवा नहीं
अगर तू ज़िंदगी में ना आती
तोह इस चीज़ में दो राय नहीं
के मैं डूब जाता
वो प्यार था, एहसान नहीं
वो घर था, मकान नहीं
वो सांस थी, हवा नहीं
ना दिल है, दिमाग नहीं
बस एक हीर थी, वो पास नहीं
अब वापसी की आस नहीं
मैं डूब जाऊंगा
(मैं खो दुन ख़ुद को, खोजूँ ख़ुद को)
मैं यहाँ तो
Written by: Abhijay Negi, Sajeel Kapoor, Siddhant Sharma

