Kredyty
PERFORMING ARTISTS
Vikram Montrose
Performer
Abhinav Shekhar
Performer
Shekhar Astitwa
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Vikram Montrose
Composer
Abhinav Shekhar
Lyrics
Shekhar Astitwa
Lyrics
Tekst Utworu
दो एकम दो, दो दूनी चार, दो तिया छः, दो चौके आठ
ज़िंदगी की राहें कभी होती नहीं इतनी सपाट
मुश्किल अगर रोके मुझे, दूँ खींच के उसको चमाट
ज़्यादा ना सोचूँ, करना है जो, कर लूँ अभी on the spot
Hustle को मसल के निकले इस डगर पे
जब से तुम knicker में, तब से हम ख़बर में
बाहर हूँ शेर और पानी में मगर मैं
पंगा लिया जिसने, वो सीधा कबर में
आगे-आगे, पीछे-पीछे भागे दौड़े
भड़कूँ बन अंगारे, ख़ून मेरा खौले
बरसूँ सयानों पे, जैसे पड़े ओले
करूँ वही पर मैं, जो मेरा दिल बोले
खेल, खेल, खेल, खेल, खेल, खेलूँ बड़ा खेल
खेल, खेल, खेल, खेल, खेलूँ बड़ा खेल
खेल, खेल, खेल, खेल, खेल, खेलूँ बड़ा खेल
खेल, खेल, खेल, खेल, खेलूँ बड़ा खेल
I'm gonna make you tap out
One shot you get a black out
Gonna make you burnout
That's why they call me, "Crack"
I'm gonna make you tap out
One shot you get a black out
Gonna make you burnout
That's why they call me, "Crack"
तेरी चाल, मेरा दाँव
है जो दम, चले आओ
जो भी है, लेके आओ
तू, salad, मैं, वड़ा पाव
तेरी चोट, मेरा घाव
तेरा rate, मेरा भाव
तेरी vibe, मेरा ताव
तू है great, मैं हूँ wow
Hustle को मसल के निकले इस डगर पे
जब से तुम knicker में, तब से हम ख़बर में
बाहर हूँ शेर और पानी में मगर मैं
पंगा लिया जिसने, वो सीधा कबर में
आगे-आगे, पीछे-पीछे भागे दौड़े
भड़कूँ बन अंगारे, ख़ून मेरा खौले
बरसूँ सयानों, पे जैसे पड़े ओले
करूँ वही पर मैं, जो मेरा दिल बोले
खेलूँ बड़ा खेल
खेल, खेल, खेल, खेल, खेल, खेलूँ बड़ा खेल
खेल, खेल, खेल, खेल, खेलूँ बड़ा खेल
खेल, खेल, खेल, खेल, खेल, खेलूँ बड़ा खेल
खेल, खेल, खेल, खेल, खेलूँ बड़ा खेल
Written by: Abhinav Shekhar, Shekhar Astitwa, Vikram Montrose

