Lyrics

बेवफ़ा है तू तो क्या हुआ? हाँ, जुदा है तू तो क्या हुआ? बेवफ़ा है तू तो क्या हुआ? हाँ, जुदा है तू तो क्या हुआ? गुमशुदा है तू तो क्या हुआ? मैं जुदाई के लम्हों में तुझे याद करूँगा मैं ज़िंदगी-भर तेरा इंतज़ार करूँगा मैं ज़िंदगी-भर तेरा इंतज़ार करूँगा बेवफ़ा है तू तो क्या हुआ? हाँ, जुदा है तू तो क्या हुआ? गुमशुदा है तू तो क्या हुआ? मैं जुदाई के लम्हों में तुझे याद करूँगी मैं ज़िंदगी-भर तेरा इंतज़ार करूँगी मैं ज़िंदगी-भर तेरा इंतज़ार करूँगी जैसे ही ये शाम ढलेगी, उसी मोड़ पे जाऊँगा जहाँ मुझे तुम छोड़ गए, उस जगह को देख के आऊँगा दो पल थोड़ा ठहर के थोड़ा रो के आहें भर लूँगा बेचैनी बढ़ जाएगी तो तस्वीर से बातें कर लूँगा देख मेरी इस हालत को मेरा ख़ुदा भी रोएगा जब तक तुमसे मिला ना देगा, वो भी नहीं अब सोएगा मैं ख़ुदा से अब हर पल फ़रियाद करूँगा मैं ज़िंदगी-भर तेरा इंतज़ार करूँगा मैं ज़िंदगी-भर तेरा इंतज़ार करूँगा जैसे ही अब प्यास उठेगी, थोड़े आँसू पी लूँगी किसी ज़ख़्म पे मरहम तो अब किसी ज़ख्म को सी लूँगी रातों में करवट बदलूँगी, दिन में भटकूँगी दर-दर एक जगह बैठूँ मैं कैसे? शोर हो जब दिल के अंदर आज ये जाना तन्हा रहना कितना मुश्किल होता है आँखें जब थक जाती हैं तो चुपके से दिल रोता है मैं मोहब्बत में अब ख़ुद को बर्बाद करूँगी मैं ज़िंदगी-भर तेरा इंतज़ार करूँगी मैं ज़िंदगी-भर तेरा इंतज़ार करूँगी बेवफ़ा है तू तो क्या हुआ? हाँ, जुदा है तू तो क्या हुआ? गुमशुदा है तू तो क्या हुआ? मैं जुदाई के लम्हों में तुझे याद करूँगी मैं ज़िंदगी-भर तेरा इंतज़ार करूँगा मैं ज़िंदगी-भर तेरा इंतज़ार करूँगी मैं ज़िंदगी-भर तेरा इंतज़ार करूँगा हाँ, मैं ज़िंदगी-भर तेरा इंतज़ार करूँगी
Writer(s): Praveen Bhardwaj, Nikhil Lyrics powered by www.musixmatch.com
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