Lyrics
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन ज़िंदगी तो नहीं
ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा तो नहीं
जी में आता है तेरे दामन में सर छुपा के हम रोते रहें, रोते रहें
जी में आता है तेरे दामन में सर छुपा के हम रोते रहें, रोते रहें
तेरी भी आँखों में आँसुओं की नमी तो नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन ज़िंदगी तो नहीं
ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं
तुम जो कह दो तो आज की रात चाँद डूबेगा नहीं
रात को रोक लो
तुम जो कह दो तो आज की रात चाँद डूबेगा नहीं
रात को रोक लो
रात की बात है और ज़िंदगी बाकी तो नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन ज़िंदगी तो नहीं
ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा तो नहीं
Writer(s): Rahul Dev Burman, Sampooran Singh Gulzar
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