Music Video

Featured In

Lyrics

हुज़ूर इस कदर भी ना इतराके चलिये हुज़ूर इस कदर भी ना इतराके चलिये खुले आम आँचल ना लहरा के चलिये हुज़ूर इस कदर भी ना इतराके चलिये खुले आम आँचल ना लहरा के चलिये हुज़ूर इस कदर भी ना इतराके चलिये कोई मनचला अगर पकड़ लेगा आँचल कोई मनचला अगर पकड़ लेगा आँचल ज़रा सोचिये आप क्या कीजियेगा लगा दे अगर बढ़ के जुल्फों में कलियाँ लगा दे अगर बढ़ के जुल्फों में कलियाँ तो क्या अपनी जुल्फें झटक दिजीयेगा हुज़ूर इस कदर भी ना इतराके चलिये खुले आम आँचल ना लहरा के चलिये हुज़ूर इस कदर भी ना इतराके चलिये बहोत खूबसूरत है हर बात लेकिन बहोत खूबसूरत है हर बात लेकिन अगर दिल भी होता, तो क्या बात होती लिखी जाती फिर दास्ताँ-ए-मोहब्बत लिखी जाती फिर दास्ताँ-ए-मोहब्बत एक अफसाने जैसी मुलाक़ात होती हुज़ूर इस कदर भी ना इतराके चलिये खुले आम आँचल ना लहरा के चलिये हुज़ूर इस कदर भी ना इतराके चलिये खुले आम आँचल ना लहरा के चलिये हुज़ूर इस कदर भी ना इतराके चलिये
Writer(s): Mohd. Rafi Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out