Lyrics

दिन परेशां है, रात भारी है दिन परेशां है, रात भारी है ज़िन्दगी है के, फिर भी प्यारी है क्या तमाशा है, कब से जारी है क्या तमाशा है, कब से जारी है ज़िन्दगी है के, फिर भी प्यारी है दिन परेशां है, इस कहानी को, कौन रोकेगा उम्र ये सारी कौन सोचेगा इस कहानी को, कौन रोकेगा उम्र ये सारी कौन सोचेगा, कौन सोचेगा... साथ काटी है, या गुज़ारी है साथ काटी है, या गुज़ारी है ज़िन्दगी है के... फिर भी प्यारी है दिन परेशां है, रंगों से कहूं, लकीरों से कहूं मैली-मैली सी तस्वीरों से कहूं रंगों से कहूं, लकीरों से कहूं मैली-मैली सी तस्वीरों से कहूं तस्वीरों से कहूं बेक़रार सी, बेक़रारी है बेक़रार सी, बेक़रारी है ज़िन्दगी है के... फिर भी प्यारी है दिन परेशां है, रात भारी है ज़िन्दगी है के, फिर भी प्यारी है दिन परेशां है,
Writer(s): Sajjad Ali, Ali Moeen Lyrics powered by www.musixmatch.com
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