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Credits

PERFORMING ARTISTS
Sanam
Sanam
Lead Vocals
Rajendra Krishan
Rajendra Krishan
Performer
R.D. Burman
R.D. Burman
Performer
DJ Harshit Shah
DJ Harshit Shah
Remixer
DJ MHD IND
DJ MHD IND
Remixer
COMPOSITION & LYRICS
Rajendra Krishan
Rajendra Krishan
Songwriter

Lyrics

मेरे सामने वाली खिड़की में एक चाँद का टुकड़ा रहता है मेरे सामने वाली खिड़की में एक चाँद का टुकड़ा रहता है अफ़सोस ये है कि वो हम से कुछ उखड़ा-उखड़ा रहता है मेरे सामने वाली खिड़की में एक चाँद का टुकड़ा रहता है जिस रोज़ से देखा है उसको हम शमा जलाना भूल गए जिस रोज़ से देखा है उसको हम शमा जलाना भूल गए दिल थाम के ऐसे बैठे हैं कहीं आना-जाना भूल गए अब आठ पहर इन आँखों में वो चंचल मुखड़ा रहता है मेरे सामने वाली खिड़की में एक चाँद का टुकड़ा रहता है बरसात भी आकर चली गई बादल भी गरजकर बरस गए बरसात भी आकर चली गई बादल भी गरजकर बरस गए पर उसकी एक झलक को हम ऐ हुस्न के मालिक, तरस गए "कब प्यास बुझेगी आँखों की?" दिन-रात ये दुखड़ा रहता है मेरे सामने वाली खिड़की में एक चाँद का टुकड़ा रहता है अफ़सोस ये है कि वो हम से कुछ उखड़ा-उखड़ा रहता है मेरे सामने वाली खिड़की में एक चाँद का टुकड़ा रहता है मेरे सामने वाली खिड़की में एक चाँद का टुकड़ा रहता है मेरे सामने वाली खिड़की में एक चाँद का टुकड़ा रहता है
Writer(s): Sanam Lyrics powered by www.musixmatch.com
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