Lyrics

पहला नशा, पहला खुमार नया प्यार है, नया इंतज़ार कर लूँ मैं क्या अपना हाल, ऐ दिल-ए-बेक़रार? मेरे दिल-ए-बेक़रार, तू ही बता पहला नशा, पहला खुमार उड़ता ही फिरूँ इन हवाओं में कहीं या मैं झूल जाऊँ इन घटाओं में कहीं उड़ता ही फिरूँ इन हवाओं में कहीं या मैं झूल जाऊँ इन घटाओं में कहीं एक कर दूँ आसमाँ और ज़मीं कहो यारो क्या करूँ, क्या नहीं पहला नशा, पहला खुमार नया प्यार है, नया इंतज़ार कर लूँ मैं क्या अपना हाल, ऐ दिल-ए-बेक़रार? मेरे दिल-ए-बेक़रार, तू ही बता पहला नशा, पहला खुमार उसने बात की कुछ ऐसे ढंग से सपने दे गई वो हज़ारों रंग के रह जाऊँ जैसे में हार के और चूमे वो मुझे प्यार से पहला नशा, पहला खुमार नया प्यार है, नया इंतज़ार कर लूँ मैं क्या अपना हाल, ऐ दिल-ए-बेक़रार? मेरे दिल-ए-बेक़रार, तू ही बता तू ही बता, तू ही बता
Writer(s): Jatin Lalit, Majrooh Sultanpuri Lyrics powered by www.musixmatch.com
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