Lyrics

थोड़ी बारिश हो गई तो आसमाँ धुल गया बादलों के बीच कोई रास्ता खुल गया रोने से कभी डरना तू नहीं गुनगुना जो तेरा गीत है ज़िंदगी की यही रीत है हार के बाद ही जीत है ज़िंदगी की यही रीत है हार के बाद ही जीत है थोड़े आँसू हैं, थोड़ी हँसी आज ग़म है तो कल है खुशी ज़िंदगी की यही रीत है हार के बाद ही जीत है हार के बाद ही जीत है ये हवा तो चल रही है पर इसके पाँव हैं कहाँ? ये हवा तो चल रही है पर इसके पाँव हैं कहाँ? मछलियाँ घर जा रही हैं इनके गाँव हैं कहाँ? ये जो पहेली, बड़ी अलबेली चलो मिल के सुलझाएँ हम Friendship वो ship है जो डूबे कभी ना चलो दोस्त बन जाएँ हम ओ, संग तेरे खेले जो छोड़े ना अकेले वही तो तेरा मीत है ज़िंदगी की यही रीत है हार के बाद ही जीत है थोड़े आँसू हैं, थोड़ी हँसी आज ग़म है तो कल है खुशी ज़िंदगी की यही रीत है हार के बाद ही जीत है हार के बाद ही जीत है
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Pyarelal Lyrics powered by www.musixmatch.com
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