Lyrics

भूल के रस्ते सारे बैठे दिल के बेचारे जो तू हमें ना पुकारे मुश्किल मिलते किनारे नदिया बारिश तुझसे होती थी सूखे बादल तू ही भिगोती थी वो तितली जिसने बाँहें चूमी थी वो मिट्टी की गुल्लक जो टूटी थी कहती फिर से, "तू घर आजा तू घर आजा, मेरे यार, मेरे यार" टूटा है पुल वहाँ तू मेरे पास आजा, मेरे यार धुँधला सा लगे जहाँ तू आ के धूप बन जा, मेरे यार सर्दी भी थी शर्माई तू नीले suit में आई फिर नज़रें जो मिलाई हाय, इस दिल की थी तबाही देखा नहीं तुझे अरसों से बात नहीं अब बरसों से खोए हुए तेरे चर्चों से है कहाँ? पहाड़ों में मेरा बसेरा है गले में ये muffler तेरा है आ के तू इसको आधा ओढ़ जा नदिया बारिश तुझसे होती थी सूखे बादल तू ही भिगोती थी तितली जिसने बाँहें चूमी थी वो मिट्टी की गुल्लक जो टूटी थी कहती फिर से, "तू घर आजा तू घर आजा, मेरे यार, मेरे यार" टूटा है पुल वहाँ तू मेरे पास आजा, मेरे यार धुँधला सा लगे जहाँ तू आ के धूप बन जा, मेरे यार जिस राह तू आए, वो तू भूलती जाए जो तू आए, फिर ना जाए जिस राह तू आए, वो तू भूलती जाए वहाँ पत्ते गिर जाएँ, बारिश हो जाए जिस राह तू आए, वो तू भूलती जाए वहाँ पत्ते गिर जाएँ, बारिश हो जाए
Writer(s): Deepak Rathore Lyrics powered by www.musixmatch.com
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