Credits
PERFORMING ARTISTS
Hitesh Sonik
Performer
Sunidhi Chauhan
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Hitesh Sonik
Composer
Devanshu
Lyrics
Geet Sagar
Lyrics
Lyrics
ये रात ही सुबह बुलाएगी
ये खामखां यु ही ना जाएगी
छाए हो बादल घने घने
राहों में जुगनू यही दिखाएगी
ये रात
ये रात ही सुबह बुलाएगी
ये खामखां यूँ ही ना जाएगी
मुड़ने दो मुड़ गए
रास्तों में जो काफिले
भीड़ में बढ़ गए
मंजिल से जो फ़ासले
छोटी सी है तो क्या
कशिशों की तीली तेरी
ना जले मांग ले
धारों से रोशनी
एक बुलबुला है तू
बेफिक्र बेहता जा
वक्त दे वक्त को
ये वक्त भी गुजर जाएगा
ये तेरी जिद से हार जाएगी
ये रात ही सुबह बुलाएगी
छाए हो बादल घने घने
राहों में जुगनू यही दिखाएगी
ये रात हाँ
ये रात ये रात
(hmm hmm hmm hmm)
(hmm hmm hmm hmm)
ये रात
Written by: Devanshu, Geet, Geet Sagar, Hitesh Sonik

