Lyrics
हर क़सम तोड़ दी आज तुम ने
और वादे भी भुलाए आज तुम ने
हर क़सम तोड़ दी आज तुम ने
और वादे भी भुलाए आज तुम ने
हम तुम को बेवफ़ा का इल्ज़ाम नहीं देंगे
हम कल से मोहब्बत का नाम नहीं लेंगे
हम कल से मोहब्बत का नाम नहीं लेंगे
हर क़सम तोड़ दी आज तुम ने
और वादे भी भुलाए आज तुम ने
बस यही सोच कर काट लेंगे ज़िंदगी
"अपनी क़िस्मत में शायद नहीं थी आशिक़ी"
बस यही सोच कर काट लेंगे ज़िंदगी
"अपनी क़िस्मत में शायद नहीं थी आशिक़ी"
बस यही दर्द हम को रहेगा उम्र-भर
"क्यूँ मिले? क्यूँ गए इस तरह छोड़ कर?"
क्यूँ नज़र मोड़ ली आज तुम ने?
बेरुख़ी क्यूँ दिखाई आज तुम ने?
क्यूँ नज़र मोड़ ली आज तुम ने?
बेरुख़ी क्यूँ दिखाई आज तुम ने?
हम तुम को बेवफ़ा का इल्ज़ाम नहीं देंगे
हम कल से मोहब्बत का नाम नहीं लेंगे
हम कल से मोहब्बत का नाम नहीं लेंगे
कोशिशें बस यही कर रहे आज से
दूर हो जाए दिल बस तेरे पास से
कोशिशें बस यही कर रहे आज से
दूर हो जाए दिल बस तेरे पास से
भूलना तो तुम्हें इतना आसाँ नहीं
याद आएँगे हम भी कभी ना कभी
जान भी मेरी ले ली आज तुम ने
और जीने को भी बोला आज तुम ने
जान भी मेरी ले ली आज तुम ने
और जीने को भी बोला आज तुम ने
हम तुम को बेवफ़ा का इल्ज़ाम नहीं देंगे
हम कल से मोहब्बत का नाम नहीं लेंगे
हम कल से मोहब्बत का नाम नहीं लेंगे
हर क़सम तोड़ दी आज तुम ने
और वादे भी भुलाए आज तुम ने
हर क़सम तोड़ दी आज तुम ने
और वादे भी भुलाए आज तुम ने
Writer(s): Praveen Bhardwaj, Nikhil
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