Lyrics

इक खोया खोया चाँद था जो था खफा खफा इक टूटा टूटा ख्वाब था जो तुझसे था जुड़ा इक आधी आधी आस थी जो पूरी हो गयी तुम मिल गये तो जाने क्यूँ ये दूरी हो गयी पिया लागे ना... जिया लागे ना तेरे बिना... तेरे बिना... तेरे बिना... तेरे बिना... हो आधी अधूरी इस दास्तान में कैसे कोई रंग लाये कैसे कोई मुस्कुराये इतने ग़मों में दो पल खुशी के कैसे भला याद आयें तुमको भुला ना पायें इक प्यासी प्यासी बूँद में जो मन मेरा जला हर लम्हा लम्हा तेरी ही यादों से था ये भरा इक आधी आधी आस थी जो पूरी हो गयी तुम मिल गये तो जाने क्यूँ ये दूरी हो गयी पिया लागे ना... जिया लागे ना तेरे बिना... तेरे बिना... तेरे बिना... तेरे बिना... तेरे बिना... तेरे बिना... तेरे बिना... तेरे बिना...
Writer(s): Mustafa Zahid,bilal Saad Lyrics powered by www.musixmatch.com
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