Lyrics
मेरी, जान-ए-जानाँ, मेरे पास तो आओ
ना बाबा, ना बाबा, ऐसे हाथ ना लगाओ
मेरी, जान-ए-जानाँ, मेरे पास तो आओ
ना बाबा, ना बाबा, ऐसे हाथ ना लगाओ
पहली मोहब्बत का पहला असर है
पहली मोहब्बत का पहला असर है
छोड़ो, हटो, जाओ, मुझ को लगता डर है
मेरी, जान-ए-जानाँ, मेरे पास तो आओ
ना बाबा, ना बाबा, ऐसे हाथ ना लगाओ
पहली मोहब्बत का पहला असर है
पहली मोहब्बत का पहला असर है
छोड़ो, हटो, जाओ, मुझ को लगता डर है
मेरी, जान-ए-जानाँ, मेरे पास तो आओ
हाँ, ना बाबा, ना बाबा, ऐसे हाथ ना लगाओ
कैसे दिखाऊँ? कैसे बुझाऊँ?
कोई जलन सी है मेरे मन में
ऐसे ना देखो पलकें झुका लो
कुछ हो रहा है मेरे बदन में
बेचैनी बढ़ने लगी, दीवाना, दिल खो गया
हम को ख़बर ही नहीं, ना जाने क्या हो गया
क्या समाँ है आशिक़ाना, ऐसे में जाऊँ कहाँ?
मेरी, जान-ए-जानाँ, मेरे पास तो आओ
ना बाबा, ना बाबा, ऐसे हाथ ना लगाओ
ऐसे अगर तुम बातें करोगे
बोलूँगी फिर ना तुम से कभी मैं
तुम को क़सम है गुस्सा करो ना
कुछ ना कहूँगा तुम से अभी मैं
मुझ को पता है, सनम, दीवाने झूठे हो तुम
जाने भी दो साथिया, ऐसे क्यूँ रूठे हो तुम?
भूल कोई हो ना जाए, कोई नहीं है यहाँ-हाँ-हाँ-हाँ
मेरी, जान-ए-जानाँ, मेरे पास तो आओ
ना बाबा, ना बाबा, ऐसे हाथ ना लगाओ
पहली मोहब्बत का पहला असर है
पहली मोहब्बत का पहला असर है
छोड़ो, हटो, जाओ, मुझ को लगता डर है
मेरी, जान-ए-जानाँ, मेरे पास तो आओ
हाँ, ना बाबा, ना बाबा, ऐसे हाथ ना लगाओ
मेरी, जान-ए-जानाँ, मेरे पास तो आओ
हाँ-हाँ, ना बाबा, ना बाबा, ऐसे हाथ ना लगाओ
Writer(s): Sameer, Anand-milind
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