सोचो ना, देखो तो
देखो ना क्या हुआ
इत्तेफ़ाक से
लम्हे जो होते हैं
मिलते हैं फिर यहाँ
इत्तेफ़ाक से
रात बाकि, बात बाकि
होना है जो, हो जाने दो
रात बाकि, बात बाकि
होना है जो, हो जाने दो
सोचो ना, देखो तो
देखो ना क्या हुआ
इत्तेफ़ाक से
लम्हे जो होते हैं
मिलते हैं फिर यहाँ
इत्तेफ़ाक से
आगाज़ ये है तो
अंजाम होगा हसीं
दीवाने परवाने मरने से डरते नहीं
मिलती नहीं रातें हसीं
इत्तेफ़ाक से
रात बाकि, बात बाकि
होना है जो, हो जाने दो
सोचो ना, देखो तो
देखो ना क्या हुआ
इत्तेफ़ाक से
लम्हे जो होते हैं
मिलते हैं फिर यहाँ
इत्तेफ़ाक से