Lyrics

लिखे जो ख़त तुझे, वो तेरी याद में हज़ारों रंग के नज़ारे बन गए लिखे जो ख़त तुझे, वो तेरी याद में हज़ारों रंग के नज़ारे बन गए सवेरा जब हुआ तो फूल बन गए जो रात आई तो सितारे बन गए लिखे जो ख़त तुझे... कोई नग़मा कहीं गूँजा, कहा दिल ने ये तू आई कहीं चटकी कली कोई, मैं ये समझा तू शरमाई कोई ख़ुशबू कहीं बिखरी, लगा ये ज़ुल्फ़ लहराई लिखे जो ख़त तुझे, वो तेरी याद में हज़ारों रंग के नज़ारे बन गए सवेरा जब हुआ तो फूल बन गए जो रात आई तो सितारे बन गए लिखे जो ख़त तुझे... फ़िज़ा रंगीं, अदा रंगीं, ये इठलाना, ये शरमाना ये अंगड़ाई, ये तनहाई, ये तरसाकर चले जाना बना देगा नहीं किस को जवाँ जादू ये दीवाना लिखे जो ख़त तुझे, वो तेरी याद में हज़ारों रंग के नज़ारे बन गए सवेरा जब हुआ तो फूल बन गए जो रात आई तो सितारे बन गए लिखे जो ख़त तुझे... जहाँ तू है वहाँ मैं हूँ, मेरे दिल की तू धड़कन है मुसाफ़िर मैं, तू मंज़िल है, मैं प्यासा हूँ, तू सावन है मेरी दुनिया ये नज़रें हैं, मेरी जन्नत ये दामन है लिखे जो ख़त तुझे, वो तेरी याद में हज़ारों रंग के नज़ारे बन गए सवेरा जब हुआ तो फूल बन गए जो रात आई तो सितारे बन गए लिखे जो ख़त तुझे...
Writer(s): Neeraj, Shankar Jaikishen, Rahul Jain, Shankar-jaikishan Lyrics powered by www.musixmatch.com
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