Lyrics

क्या साज़िशें करीं तूने? जो जाने-अंजाने मदहोशी सी है क्या कहा था उस दिन तूने? परिंदों में जलपरी हूँ मैं ले चल मुझे चाँद-तारों के तले भूल जाऊँ ग़म जो ना भूलते चलें? चाँद-तारों के तले भूल जाऊँ ग़म जो ना भूलते, जो ना भूलते आहटें भी ना करीं तूने बिन कहे, बिन बताए दिल में जगह ढूँढ ली क्या कहा था उस दिन मैंने? कि लफ़्ज़ कम पड़ेंगे, मेरी मुस्कुराहट चूम ले ले चल मुझे चाँद-तारों के तले भूल जाऊँ ग़म जो ना भूलते चलें? चाँद-तारों के तले भूल जाऊँ ग़म जो ना भूलते, जो ना भूलते
Writer(s): Hanita Bhambri Lyrics powered by www.musixmatch.com
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