Lyrics

मेरा हुआ, महरम, तेरा ग़म Mmm, पूरा हुआ मुझमें जो था कम मेरा हुआ, महरम, तेरा ग़म Mmm, पूरा हुआ मुझमें जो था कम ये हौसला, ये रोशनी, ये है करम मेरी तरफ़ लाया तेरे ये दो क़दम मेरा हुआ, महरम, तेरा ग़म पूरा हुआ मुझमें जो था कम आँखों में है जो काँपता आँसू नहीं, है रास्ता तुझसे है जो जा कर जुड़ा मंज़िल हुआ या मरहम जीता रहे, हमदम, तेरा ग़म पूरा हुआ मुझमें जो था कम वादा वफ़ा का है कोई या है क़सम? होगा ये कम ना अब कभी होगा ख़त्म मेरा हुआ, महरम, तेरा ग़म पूरा हुआ मुझमें जो था कम मेरा हुआ, महरम, तेरा ग़म पूरा हुआ मुझमें जो था कम
Writer(s): Kamil Irshad, Kumar Niladri Lyrics powered by www.musixmatch.com
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