Credits
PERFORMING ARTISTS
Mangal Singh
Performer
Alka Yagnik
Performer
Simmi sinha
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Rajesh Roshan
Composer
Anwar Sagar
Songwriter
Lyrics
एक राज़ है मेरे सीने में
एक राज़ है मेरे सीने में, एक राज़
एक राज़ है मेरे सीने में
एक राज़ है मेरे सीने में, एक राज़
जो खुल गया, यारों, तो अल्लाह ही जाने
फिर क्या-क्या होगा महफ़िल में
एक राज़ है मेरे सीने में
एक राज़ है मेरे सीने में, एक राज़
जो खुल गया, यारों, तो अल्लाह ही जाने
फिर क्या-क्या होगा महफ़िल में
एक राज़ है मेरे सीने में
एक राज़ है मेरे सीने में, एक राज़
पाँव की मेरी पायलिया कुछ कहने को तड़पे
पाँव की मेरी पायलिया कुछ कहने को तड़पे
बिंदिया, चूड़ी, कंगना भी कुछ कहने को तरसे
कैसे समझाऊँ मैं इन सब को?
ये नादानी कर ना बैठें, ये दीवाने हैं
लब खोल दिए जो तो अल्लाह ही जाने
फिर क्या-क्या होगा महफ़िल में
एक राज़ है मेरे सीने में
एक राज़ है मेरे सीने में, एक राज़
जादू की ये छड़ी है छोटी, काम बड़े इसके
जादू की ये छड़ी है छोटी, काम बड़े इसके
वो इंसाँ बंदर बन जाए, ये घूमे जिसपे
प्यार भी, ज़हर भी, हैं दोनों जिसमें
ये शोला है, ये शबनम है, ये चिंगारी है
जो चल गया जादू तो अल्लाह ही जाने
फिर क्या-क्या होगा महफ़िल में
एक राज़ है मेरे सीने में
एक राज़ है मेरे सीने में, एक राज़
एक राज़ है मेरे सीने में
एक राज़ है मेरे सीने में, एक राज़
जो खुल गया, यारों (तो अल्लाह ही जाने)
फिर क्या-क्या होगा महफ़िल में
एक राज़ है मेरे सीने में
एक राज़ है मेरे सीने में, एक राज़
Written by: Anwar Sagar, Rajesh Roshan