Lyrics

जब दीप जले आना, जब शाम ढले आना जब दीप जले आना, जब शाम ढले आना संकेत मिलन का भूल ना जाना मेरा प्यार ना बिसराना जब दीप जले आना, जब शाम ढले आना मैं पलकन डगर बुहारूँगा तेरी राह निहारँगा मैं पलकन डगर बुहारूँगा तेरी राह निहारँगा मेरी प्रीत का काजल तुम अपने नैनों में मले आना जब दीप जले आना, जब शाम ढले आना जहाँ पहली बार मिले थे हम जिस जगाह से संग चले थे हम जहाँ पहली बार मिले थे हम जिस जगाह से संग चले थे हम नदियाँ के किनारे आज उसी अमवा के तले आना जब दीप जले आना, जब शाम ढले आना नी रे ग, रे ग, म ग रे स स नी प प म, रे ग, स नी स ग प म प नित सांझ सवेरे मिलते हैं नित सांझ सवेरे मिलते हैं उन्हें देखके तारे खिलते हैं नित सांझ सवेरे मिलते हैं उन्हें देखके तारे खिलते हैं लेते हैं विदा एक दूजे से कहते हैं चले आना जब दीप जले आना, जब शाम ढले आना
Writer(s): Ravindra Jain Lyrics powered by www.musixmatch.com
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