Lyrics

दिल ये बेचैन सा, मन ये है सरफिरा ढूँढता हूँ हर जगह तुम्हें दिल ये बेचैन सा तुम जो हो ना यहाँ ढूँढता हूँ हर जगह तुम्हें क़िस्मत में थी हमारे जाने क्या-क्या लिखा वक़्त आने पर अचानक जाने क्या हो गया रास्ते जो बिछड़े हैं हमारे, वो थीं अपनी मजबूरियाँ काँटों से ज़्यादा चुभती हैं ये दूरियाँ ये दूरियाँ, हमारे दरमियाँ पहनाई तेरे हाथों में थीं चूड़ियाँ मैंने चूड़ियाँ और अंगूठियाँ कहाँ से आईं दूरियाँ? ज़माने ने किया है तुझे मुझसे जुदा ना जाने हमें ज़िंदगी ये लाई है कहाँ है जीना बड़ा मुश्किल तेरे बिना तू लौट के आ जाए, है लबों पे है दुआ क़िस्मत में थी हमारे जाने क्या-क्या लिखा वक़्त आने पर अचानक जाने क्या हो गया कटती ना ये रातें, तेरी-मेरी मुलाक़ातें मैं हूँ भूली ना काँटों से ज़्यादा चुभती हैं ये दूरियाँ ये दूरियाँ, हमारे दरमियाँ पहनाई तेरे हाथों में थीं चूड़ियाँ मैंने चूड़ियाँ और अंगूठियाँ कहाँ से आईं दूरियाँ? कहाँ से आईं दूरियाँ? कहाँ से आईं दूरियाँ?
Writer(s): Rishabh Kant Lyrics powered by www.musixmatch.com
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